गोवा में आयोजित ‘वैश्‍विक हिन्‍दू राष्‍ट्र महोत्‍सव’में उत्तर प्रदेश के 38 संगठनों से 96 प्रतिनिधि आमंत्रित !

वाराणसी - गोवा में गत 11 वर्षों से हो रहे ‘अखिल भारतीय हिन्‍दू राष्‍ट्र अधिवेशन’के कारण हिन्‍दू राष्‍ट्र की चर्चा अब केवल भारत में ही नहीं, अपितु वैश्‍विक स्‍तर पर प्रारंभ हो गई है । इसमें अब हिन्‍दू राष्‍ट्र की मांग करनेवाले अनेक व्‍यासपीठ निर्माण हुए हैं; तो दूसरी ओर देश में जिहादी आतंकवादियों के समर्थकों की भारी संख्‍या में गिरफ्‍तारी हो रही है । पंजाब में खलिस्‍तानवादी पुलिस-प्रशासन को आवाहन दे रहे हैं, हिन्‍दू कार्यकर्ताओं की हत्‍या कर रहे हैं; तो मणिपुर, नागालैंड जैसे राज्‍यों में हिंदुओं के घर जलाए जा रहे हैं । कश्‍मीर से धारा 370 हटा दी गई है, तब भी वहां के हिन्‍दू सुरक्षित नहीं हो पाए । देशभर में साक्षी, अनुराधा, श्रद्धा वालकर जैसी असंख्‍य हिन्‍दू लडकियों की ‘लव जिहादियों’ द्वारा होनेवाली निर्घृण हत्या को देखते हुए, ऐसा दिखाई देता है कि देेश की परिस्‍थिति अत्‍यंत गंभीर हो गई है । ‘दी केरला स्‍टोरी’ इस फिल्‍म द्वारा प्रस्‍तुत वास्‍तविकता केवल ‘केरल’ राज्‍यतक ही मर्यादित नहीं रही, अपितु इन जिहादियों के षड्‍यंत्र की व्‍याप्‍ति देशभर में उजागर हो रही है ।

गोवा में आयोजित ‘वैश्‍विक हिन्‍दू राष्‍ट्र महोत्‍सव’में उत्तर प्रदेश के 38 संगठनों से 96 प्रतिनिधि आमंत्रित !

यदि भारत के टुकडे नहीं चाहते, तो ‘हिन्‍दू राष्‍ट्र’के अतिरिक्‍त विकल्‍प नहीं ! - सद़्‍गुरु निलेश सिंगबाळ, हिन्‍दू जनजागृति समिति

वाराणसी - गोवा में गत 11 वर्षों से हो रहे ‘अखिल भारतीय हिन्‍दू राष्‍ट्र अधिवेशन’के कारण हिन्‍दू राष्‍ट्र की चर्चा अब केवल भारत में ही नहीं, अपितु वैश्‍विक स्‍तर पर प्रारंभ हो गई है । इसमें अब हिन्‍दू राष्‍ट्र की मांग करनेवाले अनेक व्‍यासपीठ निर्माण हुए हैं; तो दूसरी ओर देश में जिहादी आतंकवादियों के समर्थकों की भारी संख्‍या में गिरफ्‍तारी हो रही है । पंजाब में खलिस्‍तानवादी पुलिस-प्रशासन को आवाहन दे रहे हैं, हिन्‍दू कार्यकर्ताओं की हत्‍या कर रहे हैं; तो मणिपुर, नागालैंड जैसे राज्‍यों में हिंदुओं के घर जलाए जा रहे हैं । कश्‍मीर से धारा 370 हटा दी गई है, तब भी वहां के हिन्‍दू सुरक्षित नहीं हो पाए ।

देशभर में साक्षी, अनुराधा, श्रद्धा वालकर जैसी असंख्‍य हिन्‍दू लडकियों की ‘लव जिहादियों’ द्वारा होनेवाली निर्घृण हत्या को देखते हुए, ऐसा दिखाई देता है कि देेश की परिस्‍थिति अत्‍यंत गंभीर हो गई है । ‘दी केरला स्‍टोरी’ इस फिल्‍म द्वारा प्रस्‍तुत वास्‍तविकता केवल ‘केरल’ राज्‍यतक ही मर्यादित नहीं रही, अपितु इन जिहादियों के षड्‍यंत्र की व्‍याप्‍ति देशभर में उजागर हो रही है । एक ओर हिन्दुओं के भाषण करते ही तुरंत उन पर ‘हेट स्‍पीच’का अपराध प्रविष्‍ट किया जाता है; परंतु ‘सर तन से जुदा’ करने की खुले आम घोषणा देनेवालों पर कार्रवाई होते हुए दिखाई नहीं देती ।

दूसरी ओर राष्‍ट्रीय जांच यंत्रणा (NIA) की छानबीन में ‘पॉप्‍युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ एवं ‘आइ.एस्.आइ.एस्.’ भारत को वर्ष 2047 तक इस्‍लामी राष्‍ट्र बनाने का षड्‍यंत्र रच रहे हैं, ऐसा उजागर हुआ है । ऐसी स्‍थिति में हिन्‍दू धर्म ही एकमात्र ऐसा धर्म है जो समाज को जोड सकता है, विश्‍वबंधुत्‍व की एवं ‘वसुधैव कुटुंबकम’की संकल्‍पना प्रस्‍तुत कर सकता है । इसलिए भारत के पुन: टुकडे नहीं होने देना है,

तो भारत को आदर्श रामराज्‍य अर्थात हिन्‍दू राष्‍ट्र बनाने के अतिरिक्‍त विकल्‍प नहीं; इसीलिए हिन्‍दू राष्‍ट्र स्‍थापना के कार्य को गति देने के लिए प्रतिवर्ष समान 16 से 22 जून 2023 तक ‘श्री रामनाथ देवस्‍थान’, फोंडा, गोवा में एकादश ‘अखिल भारतीय हिन्‍दू राष्‍ट्र अधिवेशन’ अर्थात ‘वैश्‍विक हिन्‍दू राष्‍ट्र महोत्‍सव’ आयोजित किया गया है,

ऐसा हिन्‍दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक सद़्‍गुरु निलेश सिंगबाळजी ने पत्रकार परिषद में कहा । यहां के पराडकर भवन में आयोजित पत्रकार परिषद में व्‍यापार मंडल के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्‍यक्ष श्री. अजीत सिंह बग्‍गा तथा इंडिया विद विजडम के राष्ट्रीय अध्‍यक्ष अधिवक्‍ता कमलेश चंद्र त्रिपाठी  भी उपस्‍थित थे ।

इस समय श्री. अजीत सिंह बग्‍गा जी ने कहा कि इस अधिवेशन में अनेक हिन्‍दुत्‍वनिष्‍ठ उद्योगपति भी सम्‍मिलित होनेवाले है; उद्योगपतियों का प्रभावी संगठन निर्माण करने के लिए वहां विचार-विनिमय करके एक योजना बनाई जाएगी, जिससे हिन्‍दू राष्‍ट्र स्‍थापना के कार्य को गति मिलेगी तथा हिन्‍दुत्‍वनिष्‍ठ संगठनों को बल मिलेगा ।

अधिवक्‍ता कमलेश चंद्र त्रिपाठी जी ने कहा, इस बार के अधिवेशन में ‘हिन्‍दू राष्‍ट्र संसद’ इस विशेष सत्र का आयोजन किया गया है ।

विविध विषयों पर विशेषज्ञों के परिसंवाद, विशेष कार्य करनेवाले मान्‍यवरों की भेंटवार्ता भी इस बार के अधिवेशन का विशेष आकर्षण होगा । ज्ञानवापी, ‘लव जिहाद’, ‘हलाल सर्टिफिकेशन’, ‘लैंड जिहाद’, ‘काशी-मथुरा मुक्‍ति’, ‘धर्मांतर’, ‘गोहत्‍या’, ‘गढ-किलों पर इस्‍लामी अतिक्रमण’, ‘मंदिर संस्‍कृति की रक्षा’, ‘कश्‍मीरी हिन्दुओं का पुनर्वसन’, ‘पाकिस्‍तान एवं बांगलादेश के हिन्दुओं पर अत्‍याचार’ जैसे विविध विषयों के साथ ही हिन्‍दू राष्‍ट्र की नींव रखने के लिए आवश्‍यक विषयों पर इस महोत्‍सव में विचारमंथन होगा ।

हिन्‍दू जनजागृति समिति के श्री. राजन केशरी ने कहा, इस अधिवेशन में भारत के 28 राज्‍यों के 350 से भी अधिक हिन्‍दू संगठनों के 1500 से भी अधिक प्रतिनिधियों को निमंत्रण दिया गया है । साथ ही अमेरिका, इंग्‍लैंड, इंडोनेशिया, सिंगापुर, बेल्‍जियम, बांग्‍लादेश तथा नेपाल के हिन्‍दुत्‍वनिष्‍ठ संगठनों के प्रतिनिधियों को भी इसमें निमंत्रित किया गया है । इस अधिवेशन में प्रमुखरूप से काशी की ज्ञानवापी मस्‍जिद के विरोध में न्‍यायालयीन लडाई करनेवाले अधिवक्‍ता (पू.) हरिशंकर जैन

एवं उनके सुपुत्र ‘हिन्‍दू फ्रंट फॉर जस्‍टिस’के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता अधिवक्‍ता विष्‍णु शंकर जैन, तेलंगाना के हिन्‍दुत्‍वनिष्‍ठ विधायक टी. राजासिंह, भूतपूर्व विधायक एवं ‘हिन्‍दू इकोसिस्‍टम’के संस्‍थापक श्री. कपिल मिश्रा के साथ ही वाराणसी से वर्ल्‍ड हिंदू फेडरेशन के अंतर्राष्ट्रीय अध्‍यक्ष श्री अजय सिंह, बिहार से विश्‍व ज्‍योतिष महासंघ के एशिया चैप्‍टर सभापति आचार्य अशोक कुमार मिश्रा, लखनऊ से हिंदू पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्‍यक्ष अधिवक्‍ता अशोक पांडे के साथ ही वरिष्‍ठ अधिवक्‍ता, उद्योजक, विचारक, लेखक, मंदिर विश्‍वस्‍त, पत्रकार, अनेक समविचारी सामाजिक, राष्‍ट्रीय एवं आध्‍यात्मिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्‍थित रहनेवाले हैं ।

इस अधिवेशन का सीधा प्रक्षेपण हिन्‍दू जनजागृति समिति के जालस्‍थल HinduJagruti.org द्वारा, इसके साथ ही समिति के ‘HinduJagruti’ इस ‘यू-ट्यूब’ चैनल एवं facebook.com/hjshindi1 इस फेसबुक द्वारा भी किया जानेवाला है । जगभर के हिन्‍दुत्‍वनिष्‍ठ इस ‘वैश्‍विक हिन्‍दू राष्ट्र महोत्‍सव’का लाभ लें, ऐसा आवाहन हिन्‍दू जनजागृति  समिति की ओर से किया गया ।

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