मुख्य विकास अधिकारी ने की स्वास्थ्य कार्यक्रमों व योजनाओं की समीक्षा

वाराणसी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत बुधवार को विकास भवन सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति (डीएचएस) बैठक का आयोजन मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल की अध्यक्षता में किया गया।

मुख्य विकास अधिकारी ने की स्वास्थ्य कार्यक्रमों व योजनाओं की समीक्षा

मुख्य विकास अधिकारी ने की स्वास्थ्य कार्यक्रमों व योजनाओं की समीक्षा

आधारभूत संरचना, मानव संसाधन, प्रशिक्षण, जागरूकता व सुविधाओं पर दिया ज़ोर

नियमित टीकाकरण के साथ कोविड टीकाकरण को सुदृकरण करने का दिया निर्देश

हेल्थ वेलनेस सेंटर, वीएचएसएनडी व स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर पहुंचाएं आवश्यक दवाएं

         वाराणसी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत बुधवार को विकास भवन सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति (डीएचएस) बैठक का आयोजन मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल की अध्यक्षता में किया गया। इस दौरान सीडीओ ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों व योजनाओं की गहनता से समीक्षा की और स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृकरण करने के लिए आधारभूत संरचना, मानव संसाधन, प्रशिक्षण, जागरूकता (आईईसी) व सुविधाओं पर अधिक ज़ोर देने की आवश्यकता है जिससे जनपद के सभी लक्षित समूह व वर्ग को इसका लाभ मिल सके। 


        सीडीओ ने निर्देशित किया कि 18 वर्ष से ऊपर के सभी नागरिकों का दूसरी डोज़ व एहतियाती डोज़ का कोविड टीकाकरण जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए। आगामी मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई) 4.0 के तीसरे चरण के साथ कोविड टीकाकरण अभियान ग्राम सभा व कलस्टर वार चलाया जाए।

इसके लिए विभाग सभी तैयारियाँ पूरी कर लें, यह कार्य अगले माह में ही पूर्ण हो जाना चाहिए।

चार मई तक डोर टु डोर सर्वे कर और आशा कार्यकर्ताओं को मोबिलाइज कर पाँच मई से आईएमआई के साथ कोविड टीकाकरण अभियान शुरू किया जाए। नियमित टीकाकरण में आ रही कमी के लिए ज्यादा से ज्यादा आईईसी (सूचना, शिक्षा व संचार) गतिविधि करें जिससे लोग जागरूक होकर अपने बच्चों का समय से टीकाकरण करा सकें।

मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की तर्ज पर प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के लिए नई रणनीति के साथ गति प्रदान करें। जिससे ग्रामीण क्षेत्र की सभी लक्षित लाभार्थियों को योजना का लाभ मिल सके।

उन्होंने निर्देशित किया कि जिन आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्य प्रगति पर है उसको अगले माह तक शत-प्रतिशत पूरा कर लिया जाए। इसके साथ ही ब्रांडिंग का भी कार्य पूरा कर लिया जाए।

सेंटरों के लिए नवनियुक्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) को प्रशिक्षण देकर जल्द से जल्द सेवाएँ ली जाएँ। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) व सब सेंटरों पर आवश्यक सभी दवाएं मौजूद हों जिससे मरीजों को परेशान न होना पड़े। इसके लिए अलग-अलग नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएँ

जिससे समय-समय पर इसकी मानीटरिंग होती रहे। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) व सब सेंटर स्तर पर सभी मरीजों को प्राथमिक उपचार प्रदान करना सुनिश्चित करें।

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) को गति देने के लिए स्वास्थ्य विभाग सहित आईसीडीएस व शिक्षा विभाग को निर्देशित किया। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के अंतर्गत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से समन्वय स्थापित कर सभी शिक्षकों को टीबी के प्राथमिक लक्षण के बारे में प्रशिक्षित करना सुनिश्चित करें जिससे वह भी बच्चों की स्क्रीनिंग कर जांच के रेफर कर सकें।

इसके अतिरिक्त सीडीओ ने निर्देशित किया कि स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत सभी रिक्त पदों की सूची तैयार कर जल्द से जल्द प्रेषित करें जिससे मानव संसाधन की कमी को शत-प्रतिशत पूरा किया जा सके।

इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी व जिला कार्यक्रम प्रबन्धक संतोष सिंह ने समस्त कार्यक्रमों व योजनाओं के बारे में जानकारी प्रेषित की। 
       बैठक में एसआईसी डॉ एके श्रीवास्तव, सीएमएस डॉ अरुण कुमार, सीएमएस डॉ आरके सिंह, डीआईओ डॉ वीएस राय, डीटीओ डॉ राहुल सिंह, एसीएमओ डॉ एके मौर्य, एसीएमओ डॉ एसएस कनौजिया, एसीएमओ डॉ राजेश प्रसाद, डिप्टी सीएमओ पीयूष राय, डिप्टी सीएमओ डॉ मोजईउद्दीन हाशमी, डीपीओ डीके सिंह, डीएचईआईओ हरिवंश यादव, डीएमओ एससी पांडे, डीसीपीएम रमेश प्रसाद वर्मा, डीयूएचसी आशीष सिंह, सहयोगी स्वास्थ्य संस्थाएं, आयुष्मान भारत योजना जिला कार्यान्वयन इकाई सहित अन्य अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।

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