राकेश न्यायिक और बृजेश सिंह राकेश न्यायिक की मेहनत रंग लाई , बढ़ी माफिया डॉन बृजेश सिंह की मुश्किलें, जाने क्या और क्यों हुआ


वाराणसी/ नईदिल्ली ;- वर्ष 1986 में हुए सिकरौरा नरसंहार कांड जिसमे ४ बच्चो सहित 7 लोगो की नृशंस हत्या और २ नाबालिग लड़कियों को गोली मारी गई थी बृजेश सिंह घटना स्थल से थोड़ी ही दूरी पर घायल अवस्था में पुलिस द्वारा पकड़ा गया था उक्त कांड के बाद 12 April 1987 में कोर्ट से पैरोल मिलने के बाद बृजेश फरार हो गया और 23 जनवरी 2008 को दिल्ली पुलिस द्वारा उड़ीसा में गिरफ्तार हुआ पर रहस्य ढंग से उक्त नरसंहार की फाइल गायब हो गई उच्च न्यायालय के आदेश और प्रसिद्द समाजसेवी , लेखक साहित्यकार चिंतक राकेश न्यायिक की मेहनत औइर संघर्ष के बाद वर्ष 2016 में किसी तरह आधी अधूरी फाइल मिली और जब तक बृजेश सिंह की सत्ता में बृजेश सिंह की पकड़ नहीं बन गई तबतक ट्रायल लंबित रखा गया बृजेश सिंह द्वारा वर्ष २०१८ में नाटकीय रूप से बरी कर दिया गया उक्त प्रकरण में वर्ष २०२३ में मुख्य न्यायाधीश उच्च न्यायाल इलाहाबाद श्री प्रतियंकर दिवाकर द्वारा बिना सुनवाई का नम्बर आए रिटायरमेंट के ठीक पहले जबरन उक्त अपील की सुनवाई प्रारंभ कर दिया और अपने रिटायरमेंट के दिन बृजेश को बरी कर दिया जब की बृजेश के साथ मौके से भागते समय पकड़े गए राकेश समेत 4 को आजीवन कारावास की सजा दी वादिनी हिरावती ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल किया 29/1/2025 को माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने कड़ी टिपण्णी करते हुए सभी अभियुक्तों की जमानत प्रार्थना पत्र खारिज करते हुए सेसन कोर्ट वाराणसी और उच्च न्यायालय से उपरोक्त मुकदमे की सारी पत्रावली तलब किया है जल्द ही सुनवाई प्रारंभ होगी दरअसल इस पुरे मामेल को दोनों पक्षों ने सर्वोच्च न्यायलय में याचिका दायर की अभियुक्तो की तरफ से उच्च न्यालय द्वारा सुनाये गए सजा के खिलाफ याचिका डाली गए तो वादिनी हीरावती के तरफ से माफिया डॉन बृजेश सिंह को बरी किये जाने के खिलाफ एसएलपी दाखिल ंकीगई दोनों एसएलपी को क्लब कर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च न्यायलय ने अभुक्तो कोसजा बरकऱार रखते हुए अभियुक्तों की एसएलपी ख़ारिज कर दी तथा वादिनी हीरावती की याचिका स्वीकार करते हुए बृजेश सिंह के खिलाफ सुनवाई जारी रख शेषन कोर्ट ओर उच्च न्यायलय की पत्रावली तलब कर ली , इस पुरे मामले पर लम्बी लड़ाई लड़रहे हीरावती देवी के विधिक पैरोकार

समाजसेवी लेखक साहित्यकार चिंतक राकेश न्यायिक ने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा की मेरी लड़ाई अन्याय खिलाफ है और आगे भी जारी रहेगी बृजेश सिंह को सजा और हीरावती देवी को न्याय दिलाने तक संघर्ष जारी रहेगा | हीरावती देवी ने जो मुझपर विसाहवास किया है उस पर खरा उतरुँगा |