सिगरा थाने के हेड कांस्टेबल(मुंशी ) ने जबरदस्ती कराया तहरीर में संशोधन
वाराणसी। घटना के बारे में बताया जाता है की सिगरा थाने के हेड कांस्टेबल की सह पर रोडवेज बस कंडक्टर आए दिन यात्रियों से अवैध रुपयो की वसूली करते हैं, इन्कार करने पर यात्रियों को बस से उतारकर उनकी जबरदस्त पिटाई कर भगा देते हैं,

सिगरा थाने के हेड कांस्टेबल(मुंशी ) ने जबरदस्ती कराया तहरीर में संशोधन
वाराणसी। घटना के बारे में बताया जाता है की सिगरा थाने के हेड कांस्टेबल की सह पर रोडवेज बस कंडक्टर आए दिन यात्रियों से अवैध रुपयो की वसूली करते हैं, इन्कार करने पर यात्रियों को बस से उतारकर उनकी जबरदस्त पिटाई कर भगा देते हैं, बस कंडक्टर के खिलाफ यात्री संजय ने तहरीर दिया तो थाने के हेड कांस्टेबल ने जबरदस्ती संजय पर अनावश्यक दबाव बनाकर अपने मन मुताबिक संशोधन कराकर बस कंडक्टर को कानूनी कार्रवाई से बचाने का खेल जोरो पर चल रहा है,
जिससे यात्रियों में जबरदस्त रोष व्याप्त है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बजरडीहा निवासी संजय कुमार सिंह एक मार्च को भोर में अपने मित्र पप्पू के साथ आजमगढ़ जाने के लिए रोडवेज बस स्टेशन पहुंचे। जहां रोडवेज की बस सं. यू.पी 65 सीटी 7630 पर बैठ गये। बस कंडक्टर ने यात्री के किराया से अतिरिक्त अवैध 50 रूपया की मांग किया, जिसको देने से इन्कार कर दोनो अन्य प्राईवेट बस से आजमगढ़ जाने के लिए बस से उतर गये। मनबढ़ कन्डेक्टर ने अपने कमर से चमड़े का बेल्ट निकालकर दोनो की जबरदस्त पिटाई करने लगा और धमकी देते हुए भगा दिया। पिटाई से नाराज संजय कुमार सिंह अपने मित्र पप्पू को रोडवेज बस स्टेशन के करीब खड़ी प्राईवेट बस से आजमगढ़ जाने के लिए बस में बैठाकर पुलिस चौकी रोडवेज पहुंचे। जहां लिखित तहरीर देकर अवैध रूपये की वसूली में संलिप्त बस कंडक्टर के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की मांग किया। चौकी प्रभारी ने जांचोपरांत अवैध रूपये की वसूली में संलिप्त बस कंडक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए थाने के हेड कांस्टेबल को तहरीर सुपुर्द कर दिया। आरोप है कि सिगरा थाने के हेड कांस्टेबल अरुण कुमार प्रजापति ने अवैध रूपये की वसूली में संलिप्त बस कंडक्टर को कानूनी कार्यवाही से बचाने के लिए संजय कुमार सिंह पर तहरीर में संशोधन करने के लिए अनावश्यक दबाव बनाया और तहरीर में संशोधन कराकर उस संशोधित स्थान पर संजय से जबरदस्ती हस्ताक्षर करवाकर एनसीआर दर्ज कर बस कंडक्टर को बचाने में सफल हुआ।
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