आषाढ़ अमावस्या पर न करें ये कार्य, वरना जीवन में आएंगी कई परेशानियां
हर महीने अमावस्या मनाई जाती है। इस बार आषाढ़ अमावस्या 05 जुलाई को है। अमावस्या तिथि पर पितरों का तर्पण किया जाता है

आषाढ़ अमावस्या पर न करें ये कार्य, वरना जीवन में आएंगी कई परेशानियां
अमावस्या तिथि को श्री हरि और मां लक्ष्मी के पूजन का विधान है। इस दिन इनकी पूजा करने व डें धर्म करना विशेष फलदायी माना गया है। सनातन शास्त्रों में अमावस्या के दिन कुछ कार्यों को करना वर्जित बताया गया है। मान्यता है कि इन कार्यों को करने से जातक को जीवन में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है और पितृ नाराज हो सकते हैं। जिससे पितृ दोष लगता है। आइए जानते हैं आषाढ़ अमावस्या के दिन किन कार्यों को नहीं करना चाहिए।
हर महीने अमावस्या मनाई जाती है।
इस बार आषाढ़ अमावस्या 05 जुलाई को है।
अमावस्या तिथि पर पितरों का तर्पण किया जाता है।आषाढ़ के महीने की अमावस्या को अधिक महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि मांगलिक कार्यों को करने से शुभ फल की प्राप्ति नहीं होती है। आषाढ़ अमावस्या के दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही पितरों का तर्पण और पिंडदान करने का विधान है। इससे पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
अमावस्या के दिन शराब और मांस के सेवन से दूर रहें। किसी के प्रति मन में गलत विचार धारण न करें। इस दिन झाड़ू नहीं खरीदनी चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं। पशु-पक्षी को परेशान न करें। घर में लड़ाई झगड़ा न करें। बाल और नाखून काटने से बचना चाहिए। अमावस्या के दिन दिन शुभ कार्य जैसे- शादी, गृह प्रवेश और मुंडन आदि कार्य नहीं करने चाहिए। किसी को गलत शब्द न बोले और क्रोध करने से बचें। ऐसा करने से पितृ दोष लग सकता है।
पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 05 जुलाई 2024 को सुबह 04 बजकर 57 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 06 जुलाई को 04 बजकर 26 मिनट पर होगा। ऐसे में आषाढ़ अमावस्या का पर्व 05 जुलाई 2024 को मनाया जाएगा।
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