पीपीजीसीएल प्लांट बारा में बायलर से गिरकर मजदूर की मौत, कम्पनी पर शव गायब करने का लगाया आरोप , पुलिस जांच में जुटी
प्रयागराज जनपद के यमुनापार इलाके के पीपीजीसीएल पावर प्लांट बारा में 80 फिट ऊंची बायलर से एक मजदूर की गिरकर मौत की घटना से साथी मजदूरों ने हंगामा करते हुए आक्रोश व्याप्त किया। जिससे मजदूरों ने प्लान्ट के मेन गेट को बंद करके काम को बंद करके डेड बॉडी के साथ प्लान्ट के अंदर बैठकर धरने बैठ गए।
स्लग--- पीपीजीसीएल प्लांट बारा में बायलर से गिरकर मजदूर की मौत, कम्पनी पर शव गायब करने का लगाया आरोप , पुलिस जांच में जुटी
प्लांट के अधिकारियों के द्वारा मजदूर की लाश को गायब करने की कोशिश की गई
24 घण्टे पहले हुई थी मजदूर की मौत,लेकिन किसी भी साथी कर्मचारियों को भनक तक नही लगी
साथी कर्मचारियों को जानकारी होने पर घटना की जानकारी होने पर कई संघटनों गेट बंद करके मृतक मजदूर के हक की लड़ाई लड़ी
प्रयागराज जनपद के यमुनापार इलाके के पीपीजीसीएल पावर प्लांट बारा में 80 फिट ऊंची बायलर से एक मजदूर की गिरकर मौत की घटना से साथी मजदूरों ने हंगामा करते हुए आक्रोश व्याप्त किया। जिससे मजदूरों ने प्लान्ट के मेन गेट को बंद करके काम को बंद करके डेड बॉडी के साथ प्लान्ट के अंदर बैठकर धरने बैठ गए।
जानकारी के अनुसार
प्रयागराज जनपद के यमुनापार इलाके के बारा क्षेत्र में प्रयागराज पावर जनरेशन प्राइवेट लिमिटेड टाटा ग्रुप द्वारा पावर प्लांट संचालित किया जा रहा है। इसी पावर प्लांट मे लगभग 15 दिनों से बायलर नम्बर एक पर ब्रेक डाउन करके बायलर की रिपेरिंग बाहर से आए हुए मजदूरों द्वारा सर्विसिंग की जा रही है। इसी बायलर में भगवान दास नामक मजदूर जोकि सोनभद्र जिले का रहने वाला था वो भी काम कर रहा था, जो कल 80 फिट की ऊंचाई पर काम करते हुए गिर गया जिससे भगवान दास की मौत हो गई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मजदूर की डेड बॉडी को कम्पनी प्रशासन द्वारा छिपाकर गायब करना चाहती थी, लेकिन साथी मजदूरों को लगभग 24 घण्टे बाद घटना की जानकारी होने पर कम्पनी के अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए। घटना खबर शाम 4 बजे जब कम्पनी के बाहर आई तो विश्वहिंदू परिषद और किसान संघटनों ने कम्पनी गेट के बाहर इकठ्ठा होकर मृतक मजदूर के परिजनों की हक की लड़ाई लड़ी। जिससे कम्पनी प्रशासन द्वारा 15 लाख रुपए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की बात लिखित तौर दिया।
जानकारी के अनुसार प्लान्ट के कैम्पस में आए दिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं लेकिन इन घटनाओं को प्लान्ट के तानाशाही रवैये के कारण छिपा लिया जाता है,और सारी घटनाएं प्लान्ट कैम्पस के अंदर दफन होकर रह जाती हैं,इस घटना के बाद विश्वहिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष चंद्र निधान पाण्डेय ने कहा कि अब कम्पनी की तानाशाही नही चलने दिया जाएगा औऱ मजदूरों की लड़ाई हमेशा लड़ी जाएगी।
बाईट--- चंद्र निधान पांडेय ( जिलाध्यक्ष बीएचपी)
बाईट--- विजय शंकर पांडेय ( गौरक्षा प्रमुख)
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