बाबा काल भैरव स्वर्णिम रथपर स्वर्ण रूप धारण कर भ्रमण पर निकलेकाशी के कोतवाल बा बा काल भैरव सवार होकर किया भ्रमण

varanasi वाराणसी 1 जुलाई। शुक्रवार को देवाधिदेव महादेव की नगरी काशी में कोतवाल बाबा श्री काल भैरव जी के स्वर्ण - रजत निर्मित पंचबदन प्रतिमा की भव्य शोभायात्रा के अद्भुत पलों को हर भैरव भक्त गलियों व सड़कों में रुककर दर्शन कर, अपने को धन्य महसूस कर रहे थे। भक्ति संगीत व डमरुओ की गड़गड़ाहट के साथ चल रहे थे पूर्वांचल व काशी के जनप्रतिनिधि, पीठाधीश्वर, विभिन्न सामाजिक व आध्यात्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, स्वर्णकार समाज के लोग तथा काशी की हजारों धर्म परायण जनता।

बाबा काल भैरव स्वर्णिम रथपर स्वर्ण रूप धारण कर भ्रमण पर निकलेकाशी के कोतवाल  बा बा काल भैरव  सवार होकर किया भ्रमण

 varanasi वाराणसी 1 जुलाई। शुक्रवार को देवाधिदेव महादेव की नगरी काशी में कोतवाल बाबा श्री काल भैरव जी के स्वर्ण - रजत निर्मित पंचबदन प्रतिमा की भव्य शोभायात्रा के अद्भुत पलों को हर भैरव भक्त गलियों व सड़कों में रुककर दर्शन कर, अपने को धन्य महसूस कर रहे थे। भक्ति संगीत व डमरुओ की गड़गड़ाहट के साथ चल रहे थे पूर्वांचल व काशी के जनप्रतिनिधि, पीठाधीश्वर, विभिन्न सामाजिक व आध्यात्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, स्वर्णकार समाज के लोग तथा काशी की हजारों धर्म परायण जनता।
    स्वर्णकार क्षत्रिय कमेटी की ओर से सन 1954 में निर्मित बाबा श्री काल भैरव जी के स्वर्ण - रजत प्रतिमा की भव्य शोभायात्रा का माहौल, जो प्रतिवर्ष आषाढ़ सुदी द्वितीया के दिन स्वर्णकार बंधु निकालते हैं।
    शोभायात्रा के प्रारंभ में चौखंबा स्थित काठ की हवेली पर अध्यक्ष किशोर कुमार सेठ, महामंत्री श्याम कुमार सर्राफ, शोभायात्रा मंत्री राजू वर्मा एवं कमेटी के पदाधिकारियों सहित उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने बाबा की आरती उतारी। आस्थावानो ने सुबह से ही चौखंबा, कालभैरव क्षेत्र में पहुंचकर बाबा श्री के दर्शन कर शोभायात्रा में पदयात्रा करते हुए अपने को धन्य होने के लिए आतुर रहे।
   शोभायात्रा में आगे ताशा बाजा के साथ ध्वजा पताका लिए श्रद्धालु चल रहे थे तथा 11 छतरी युक्त घोड़ों पर देव स्वरूप धारण किए उनके गणों के साथ बैंड बाजा और पाइप बैंड की धुनों के साथ टोली निकली।
  शोभायात्रा में कमेटी के संस्थापक स्वर्गीय किशुन दास व स्वर्गीय भीखु सिंह की तस्वीर भी सुसज्जित ट्राली पर चल रही थी। साथ में उनके परिजन भी चल रहे थे। माता काली, मां दुर्गा की प्रतिमाएं भी अपने करतब दिखाते हुए प्रदर्शन कर रही थी। शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण राधा कृष्ण, शिव पार्वती, दुर्गा जी, हनुमान जी तथा भैरव जी सहित अनेकों देव स्वरूप शामिल रहे। साथ ही नीरज सेठ की टीम के कलाकार शोभायात्रा के दौरान संगीतमय भजन प्रस्तुत कर रहे थे, जिससे पूरे रास्ते भर भक्तिमय वातावरण का माहौल था। शोभा यात्रा के दौरान गोविंदेश्वर महादेव की झांकी आकर्षण का केंद्र रहा तथा टीम के सदस्य डमरूओ की गड़गड़ाहट से पूरे क्षेत्र को गुंजायमान कर रहे थे। शहनाई के साथ बाबा श्री कालभैरव जी की स्वर्ण - रजत प्रतिमा स्वर्णिम रथ पर विराजमान थी तथा बाबा ने रथ पर भ्रमण कर, अपने भक्तों के दुख दर्द को सुना। रास्ते भर भक्तों को प्रसाद का वितरण किया गया।
  शोभायात्रा चौखंभा स्थित काठ की हवेली से उठकर बीवी हटिया, जतनबर, विशेश्वरगंज, महामृत्युंजय, दारानगर, मैदागिन, बुलानाला, चौक, नारियल बाजार, गोविंदपुरा, ठठेरी बाजार, सोराकुआं, गोलघर, भुतही इमली होते हुए कालभैरव चौराहे तक गई, जहां बाबा की भव्य आरती उतार कर प्रतिमा को मंदिर में प्रतिस्थापित किया गया।  
    सायंकाल आचार्य पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित के आचार्यत्व में 11 भूदेवो ने श्री राम मंदिर में बसंत पूजन किया। मंदिर में रात्रि 11:00 बजे महाआरती तक भक्तों को दर्शन प्राप्त हुए। मंदिर प्रांगण से प्रसाद का वितरण होता रहा। शोभायात्रा के दौरान विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं ने बाबा के शोभायात्रा का स्वागत किया और शीतल पेय लोगों को उपलब्ध कराया। इस दौरान कमेटी के पदाधिकारी गण पारंपरिक केसरिया पगड़ी धारण किए हुए थे। सोराकुआं पर सुरेंद्र सोनी, ओमप्रकाश चंदेल, किरन सोनी आदि ने बाबा श्री के रथवाहक कैलाश सिंह विकास, संदीप सेठ सहित सभी 15 रथवाहक का अंगवस्त्रम से अभिनंदन किया तथा उन्हें प्रसाद भेंट किया।
   शोभायात्रा के पूर्व कमेटी के सलाहकार श्याम सुंदर सिंह, अनुज गौतम, महेश सिंह, जितेंद्र सेठ आदि ने रथ को तैयार किया। शोभायात्रा के संचालन व्यवस्था में शोभायात्रा मंत्री राजू वर्मा के साथ सुरेंद्र सोनी, कृष्ण कुमार पवार, डॉ कैलाश सिंह विकास, सत्य प्रकाश सेठ, देवकांत वर्मा, विष्णु सेठ, अवधेश सेठ, नीरज सेठ, प्रताप सिंह, विक्रम सिंह, आशीर्वाद सिंह, सतीश सिंह, रामप्रकाश लाले, मंजीत सेठ आदि ने सहयोग किया।  


   शोभायात्रा के दौरान कमेटी की ओर से मंदिर परिसर तथा जाने वाले सभी मार्गों को विभिन्न प्रकार के फूल पत्तियो तथा विद्युत झालरों से आकर्षक तरीके से सजाया गया था।
   मीडिया प्रभारी डॉ कैलाश सिंह विकास के अनुसार शोभायात्रा के दौरान मुख्यरूप से पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर महंत बालक दास, महापौर मृदुला जायसवाल,  विधायक डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, पूर्व विधायक श्यामदेव राय चौधरी दादा, दूरदर्शन केंद्र के निदेशक सौरभ श्रीवास्तव, आकाशवाणी के निदेशक राजेश गौतम, डॉ राजेंद्र त्रिवेदी, पार्षदगण अजीत सिंह, विपुल गुजराती, मनोज कुमार सिंह, अजय राजवीर शामिल रहे।
   शोभायात्रा के दौरान मुख्य रूप से सर्वश्री गंगाराम जी, सरोज सेठ, विनोद सेठ, श्याम सुंदर सिंह, रवि सर्राफ, कृष्ण कुमार सेठ, मुरली मनोहर सिंह, डॉ कैलाश सिंह विकास, सुरेंद्र सोनी, रविशंकर सिंह, अशोक कुमार वर्मा, नरसिंह दास चांदीवाला, कमल कुमार सिंह, अनुज गौतम, सत्य प्रकाश सेठ, देवकांत वर्मा, दुर्गा प्रसाद एडवोकेट, शैलेश चंद्र वर्मा, अवधेश प्रताप सिंह, विष्णु सेठ, अमित सोनी, जनार्दन प्रसाद वर्मा, विशाल सेठ एड, रविशंकर सिंह, सुरेंद्र सेठ तिलक, महेश कुमार सिंह, संदीप सेठ, आशीर्वाद सिंह, भगवानदास एडवोकेट, सतीश सिंह, कृष्ण कुमार पवार, जितेंद्र सेठ, सत्येंद्र कुमार वर्मा, किशन सेठ, विनोद कुमार सेठ, शिव शंकर सेठ, भुवन नारायण सिंह, सीताराम सेठ, जितेंद्र कुमार सेठ, विक्रम सिंह, रितेश कुमार सेठ, संजय वर्मा, मंजीत सेठ, संजय सिंह संजू, सुजीत सेठ, उमेश सेठ, रिंकू सेठ, राजन सेठ, मनोज सेठ, रविशंकर वर्मा, सर्वेश वर्मा सहित हजारों लोग शामिल रहे। 

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