पूरी तरह से डिजिटलाइज्ड हुआ वाराणसी विकास प्राधिकरण

वाराणसी, 16 अगस्त। अब वाराणसी विकास प्राधिकरण की साइट पर एक क्लिक पर अापको फाइल का स्टेट्स मिल जाएगा। इससे सारे काम चुटकियों में हो जाएंगे। अभी तक प्राधिकरण के कर्मचारी छोटी सी छोटी चीजों के लिए लोगों को महीनों दौड़ाते थे। दरअसल, वाराणसी विकास प्राधिकरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हर विभाग को पूरी तरह से डिजिटलाइज्ड करने की मुहिम से जुड़ गया है। ऐसे में लोगों को अब प्राधिकरण के बार-बार चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।  

पूरी तरह से डिजिटलाइज्ड हुआ वाराणसी विकास प्राधिकरण

पूरी तरह से डिजिटलाइज्ड हुआ वाराणसी विकास प्राधिकरण 
 
एक क्लिक में 1.25 करोड़ पेज की मिलेगी संपूर्ण जानकारी 

वर्ष 1984 से 2022 तक की फाइलें देखी जा सकेंगी एक क्लिक पर 


वाराणसी, 16 अगस्त। अब वाराणसी विकास प्राधिकरण की साइट पर एक क्लिक पर अापको फाइल का स्टेट्स मिल जाएगा। इससे सारे काम चुटकियों में हो जाएंगे। अभी तक प्राधिकरण के कर्मचारी छोटी सी छोटी चीजों के लिए लोगों को महीनों दौड़ाते थे। दरअसल, वाराणसी विकास प्राधिकरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हर विभाग को पूरी तरह से डिजिटलाइज्ड करने की मुहिम से जुड़ गया है। ऐसे में लोगों को अब प्राधिकरण के बार-बार चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।   

पुरानी से पुरानी फाइल की एक क्लिक पर मिलेगी जानकारी 
वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने बताया कि वाराणसी विकास प्राधिकरण डिजिटल इंडिया मुहीम से पूरी तरह से जुड़ गया है और ई ऑफिस की तरह काम करने लगा है। इससे दशकों पुराने जर्जर हो चुके कागजों को सहेजने में आसानी होगी है। कोटक महेंद्रा बैंक के सहयोग से प्राधिकरण डिजिटलाइजेशन ऑफ फाइल का काम पूरा हो गया है, अब बुधवार 17 अगस्त को इसका उद्घाटन होगा। प्राधिकरण के डिजिटलाइजेशन होने से फाइल कितनी भी पुरानी हो एक क्लिक पर इसकी डिटेल स्क्रीन पर आ जाएगी। इससे जहां वर्षों से अटके कामों में तेजी आएगी वहीं इसका फायदा प्राधिकरण को भी होगा। इससे प्राधिकरण की आय भी बढ़ेगी। दरअसल, मैन्यूवल फाइल होने की वजह से प्राधिकरण को यह पता नहीं चल पाता था कि उसके आवंटी के पास उसका कितना बकाया है। 

फाइलों के डिजिटलाइजेशन पर आया 40 लाख का खर्च 
ईशा दुहन ने बताया कि प्राधिकरण के डिजिटलाइज होने से पत्रावली ,नोटिस की फाइलें और बड़े मानचित्र को आसानी से देखा जाएगा। प्राधिकरण में नक्शा पास करने जैसे कई काम पहले से ही ऑनलाइन हो रहे थे, जिससे कार्यालय लगभग पूरी तरह से पेपरलेस हो गया था। वहीं डिजिटलाइजेशन का सबसे बड़ा फायदा आम जनता को होगा, वह एक क्लिक पर अपने सभी कागजात को देख सकेगा। कोटक बैंक के मुख्य प्रबंधक शशांक शेखर ने बताया कि 21 वार्डों की फाइलों का वर्ष 1984 से जून 2022 तक डिजिटलाइजेशन किया जा चुका है। करीब 28 हजार फाइलों और 1.25 करोड़ पन्नों को डिजिटल प्लेटफाॅर्म पर लाने में लगभग एक साल का समय लगा है, जिसमें करीब 40 लाख का खर्च आया है। उन्होंने बताया रनिंग फाइलों को भी जल्द डिजिटल कर लिया जाएगा।

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