मदरसे के सैकड़ों छात्राओं ने किया योगाभ्यास

 दिवस के उपलक्ष्य में मदरसा दायरतुल इस्लाह चिरागे उलूम, रसूलपुरा, वाराणसी में मदरसे के सैकड़ों छात्र - छात्राओं ने योगाभ्यास किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्री शुभम कुमार सेठ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् व पूर्व महामंत्री, छात्रसंघ, श्री हरिश्चन्द्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय, वाराणसी व प्रबंधक रिजवान अहमद व प्रधानाचार्य महफूजुर्रहमान सहित मदरसे के दर्जनों शिक्षक व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि शुभम कुमार सेठ ने मदरसे के प्रबंधक व प्रधानाचार्य, मीडिया व जिला प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्रहित के साथ ही समाज हित व देश हित के कार्यों में भी बढ़-चढ़कर अपनी भूमिका सुनिश्चित करती है व परिषद् में भी योगाभ्यास को प्रमुख स्थान दिया गया है। योग मन, शरीर और आत्मा की एकता को सक्षम बनाने का एक मुख्य जरिया है। योगाभ्यास के विभिन्न रूपों से हमारे शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को अलग अलग तरीकों से लाभ मिलता है। यह दिवस भारत में ही नहीं पूरे विश्व में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है, यह अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस प्राचीन भारतीय कला के लिये एक अनुष्ठान है जिससे हमारे दैनिक जीवन में योग को जन्म से हमारे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है। योग हमारे तनावपूर्ण जीवन को एक बड़ी राहत प्रदान करता है। जब से प्रति वर्ष 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है, तब से देश के समस्त नागरिक योग के प्रति अत्यन्त जागरूक हुए हैं तथा इस योग दिवस में बढ़-चढकर सपरिवार हिस्सा लेते हैं तथा योग को दैनिक दिनचर्या का अंग बना लिये हैं, जबकि माना जाता है कि भारतीय पौराणिक युग से योग की जड़ें जुड़ी हुयी हैं, ऐसा भी कहा जाता है कि भगवान शिव ने इस कला को जन्म दिया, जिन्हें आदियोगी के रूप में जाना जाता है जो दुनिया के सभी योगगुरूओं के प्रेरणास्रोत हैं। योगाभ्यास करनेवाले छात्र-छात्राओं की उत्सुकता को देखकर शुभम कुमार सेठ ने सभी को उज्जवल भविष्य की शुभकामनायें दिया व विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् से जुड़कर राष्ट्रीय पुनर्निर्माण में अपनी भूमिका सुनिश्चित करने का आग्रह किया। प्रबंधक रिजवान अहमद व प्रधानाचार्य महफूजुर्रहमान ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि अन्तराष्ट्रीय योग दिवस इस बार दुनिया भर में हर वर्ष तुलना में काफी उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। जैसे जैसे अधिक से अधिक लोग • योग के महत्व को समझ रहे हैं और अपने जीवन में इसका पालन कर रहे हैं, वैसे-वैसे शैक्षणिक संस्थानों में योग शिविरों की संख्या और इस ओर भागीदारी वर्ष दर वर्ष बढ़ती चली आ रही है, जो एक सुखद व स्वस्थ भारत का आभास करा रहा है। इसके अलावा योग दिवस का जश्न मनाने के लिये भारत के विभिन्न हिस्सों में कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में एक विशेष दिन को मनाने के पीछे का कारण हमारे जीवन में योगाभ्यास करने के महत्व पर बल देना है। यह सर्वविदित है कि योग व्यक्ति के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को उत्तम बनाने का एक मुख्य जरिया है।

उक्त अवसर पर मुख्य रूप से मदरसा के प्रबंधक रिजवान अहमद व प्रधानाचार्य महफूजुर्रहमान, गुलाम-ए-मुस्तफा उर्फ अमन खाँ, बेलाल खां के साथ ही मदरसे के सैकड़ों शिक्षक, कर्मचारी व सैकड़ों छात्र-छात्रायें शामिल रहे।

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