‘सास बेटा बहू’ मिलकर करें स्वस्थ, खुशहाल व सीमित परिवार की शुरुआत
एनक्वास सर्टिफाइड आयुष्मान आरोग्य मंदिर कोरौता पर आयोजित हुआ सास - बेटा - बहू सम्मेलन
परिवार नियोजन के साधनों की जानकारी में तीन बहु व एक सास हुई पुरस्कृत
वाराणसी, 17 अगस्त 2024 ।
परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत काशी विद्यापीठ ब्लॉक के एनक्वास सर्टिफाइड आयुष्मान आरोग्य मंदिर कोरौता पर शनिवार को सास बेटा बहू सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें 10 से अधिक परिवारों ने प्रतिभाग किया, जिसमें उन्हें परिवार नियोजन के समस्त स्थायी व अस्थायी साधनों की उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इसके अलावा सीमित परिवार की अहमियत के साथ सुरक्षित व संस्थागत प्रसव, गर्भवती व बच्चों के टीकाकरण, संक्रामक व गैर संक्रामक बीमारियों से बचाव आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। परिवार नियोजन को लेकर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में तीन बहुओं और एक सास को पुरस्कृत किया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी के निर्देशन एवं ग्राम प्रधान दिनेश कुमार पटेल और सीएचसी मिसिरपुर के अधीक्षक डॉ रामबली सिंह की उपस्थिती में सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस मौके पर डॉ रामबली सिंह ने बताया कि इस सम्मेलन का उद्देश्य सास-बेटा-बहू के बीच समन्वय और संवाद के जरिए परिवार नियोजन को लेकर एक अच्छा माहौल तैयार करना है जिससे प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति पुरानी सोच में बदलाव लाया जा सके। सम्मेलन में परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों जैसे अंतरा, छाया, आईयूसीडी, पीपीआईयूसीडी, कंडोम आदि और स्थायी साधन जैसे पुरुष व महिला नसबंदी सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि छोटे व सीमित परिवार से कई फायदे हैं। जिनका परिवार पूरा हो चुका है या फिर वह दो बच्चों के बाद आगे कोई बच्चा नहीं चाहते हैं तो वह परिवार नियोजन के स्थायी साधन जैसे महिला व पुरुष नसबंदी करवा अपने परिवार को सीमित रख सकते हैं। विवाह के पश्चात और दो बच्चों के बीच अंतराल के लिए अस्थायी साधनों को अपना सकते हैं। परिवार नियोजन के अस्थाई एवं अस्थाई साधनों के बारे में स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र चौहान ने विस्तार पूर्वक जानकारी दी।

इस दौरान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें तीन बहुओं क्रमशः आरती (25 वर्ष), सुधा (22 वर्ष), निशा (23 वर्ष) एवं एक सास कमलावती (52 वर्ष) को ग्राम प्रधान की ओर से प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। साथ ही सबको शपथ दिलाई गई कि लड़की और लड़कों में कोई भेद नहीं करेंगे। बच्चे दो ही अच्छे और छोटा परिवार सुखी परिवार।
सीएचओ प्रिया मल्ल ने संदेश दिया गया कि सास अपनी बहू-बेटों को प्रेरित करें। नव विवाहित दंपत्ति सास के साथ आपसी समझ बनाकर रखें, जिससे एक स्वस्थ, खुशहाल व सीमित परिवार की कल्पना की जा सके। इस मौके पर एएनएम रजत कुमारी, आशा कार्यकर्ता सुनीता, अनुराधा, नीता, सरिता, विद्या, उषा, पूजा और उर्मिला समेत अन्य लोग मौजूद रहे।