बलिया पत्रकार उत्पीड़न प्रकरण पत्रकारो को मिला भारो जन समर्थन , बलिया बंद सफल
पेपर लीक होने के बाद अपनी कमी को छिपाने के लिए पुलिस प्रशासन ने पत्रकारों को ही निशाना बनाया और पत्रकारों पर ही मुकदमा दर्ज कर तीन पत्रकारों को जेल भेज दिया

बलिया पत्रकार उत्पीड़न प्रकरण पतराकरो को मिला भारो जन समर्थन , बलिया बंद सफल
पेपर लीक होने के बाद अपनी कमी को छिपाने के लिए पुलिस प्रशासन ने पत्रकारों को ही निशाना बनाया और पत्रकारों पर ही मुकदमा दर्ज कर तीन पत्रकारों को जेल भेज दिया तभी सेपत्रकार और जिला प्रशासन आमने सामने है और पत्रकार अपने साथियो की रिहाई के लिए आंदोलित है महीनों से चल रहे आंदोलन को अब बड़ा जन समर्थन भीमिलने लगा है |
इसका उदाहरण तब देखने जकोमिला जब पत्रकारों ने बलिया बंद का एलान किया तो सभी राजनैतिकदलों के साथ व्यापारियों ने भी पत्रकारों का पूरा साथ देते हुए अपनीदुकाने बंद रखी पत्रकरो को मिले भारी समर्थन से जिला प्रशासन की बौखलाहट भी दिखि दुकानों को खुलवाने का प्रयास भी जिला प्रशासनने किया लेकिन व्यापारियों पर जिलाप प्रशासन का कोइ असरन्हि दिखा वैसे बलिया बंद कीपुरी खबर कुछ इस प्रकार थी
बलिया में अंग्रेजी इंटरमीडिएट पेपर लीक मामले में बलिया हुआ बन्द।
बलिया में पेपर लीक मामले में तीन पत्रकारों की गिरफ्तारी पर हुआ बलिया बन्द।
बलिया बन्द के दौरान पत्रकार और पुलिस के बीच हुई झडप।
बलिया बन्द में व्यापारी नेता,छात्र नेता, शैक्षिक संगठन, राजनीतिक पार्टीयां रही शामिल।
बलिया में सफल रहा बंदी का असर।
बंदी के दौरान जिला प्रशासन रहा बेअसर।
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