भ्रष्टाचार उत्पीड़न व एक पक्षीय तरीके से निलंबन के विरुद्ध लामबंद होकर सिंचाई कर्मचारियों ने चेतावनी सभा की

वाराणसी:- सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन इरीगेशन डिपार्टमेंट के आह्वाहन पर उत्पीड़न व एक पक्षीय तरीके से निलंबन तथा कूट रचित ढंग से जातीयता को आधार बनाते हुए दर्ज कराए गए प्राथमिकी को वापस लिए जाने के विरुद्ध सिंचाई कर्मियों की एक दिवसीय सामूहिक चेतावनी सभा प्रातः 10 बजे से कार्यालय मुख्य अभियंता "सोन" परिसर के बाहर आयोजित की सभा में सिंचाई विभाग के लगभग 14 कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधि शामिल रहे।
सभा में सभी कर्मचारियों ने एक स्वर से विगत दिनों सिंचाई निर्माण खंड वाराणसी के अधिशासी अभियंता के समक्ष उनके द्वारा कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधि मंडल के साथ अभद्र व्यवहार किए जाने व हाथापाई करने की निन्दा करते हुए खेद प्रकट किया और कहा कि अधिकारी एवं कर्मचारी की कोई जाति नहीं होती वह जनहित के कार्य के लिए बैठा होता है लेकिन जातीयता को आधार बनाते हुए दर्ज कराए गया प्राथमिकी की निन्दा की और कहा कि जब विभागीय कार्यवाही की जा चुकी है तब प्राथमिकी दर्ज कराया जाना जोर जबरदस्ती व टकराव का द्योतक है जो अधिकारियों द्वारा की जा रही है जिसकी निन्दा करते हुए माननीय मुख्यमंत्री जी उत्तर प्रदेश सरकार को तीन सूत्रीय मांगों का ज्ञापन भेजा,ज्ञापन में तीन मांग क्रमशः 1- घटना की जांच विभागीय न कराकर जिला प्रशासन से कराते हुए दोषी अभियंता के विरुद्ध कार्यवाही की जाय।2- नामजद दर्ज एफआइआर वापस लिया जाए। 3- दर्ज नामजद कर्मचारियों के निलंबन वापस लिये जाय। सभा में सर्वश्री शशिकांत श्रीवास्तव जिला अध्यक्ष राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, कमलेश कुमार सिंह उप महामंत्री उत्तर प्रदेश मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन इरीगेशन शन डिपार्टमेंट विकेंद्र पांडेय, राकेश सिंह ,चंदन यादव, शकील खान, अरविंद श्रीवास्तव, नारायण दुबे, कमलेश कुमार सिंह, प्रमोद कुमार सिंह, प्रभात कुमार ,कृष्ण कुमार सोनकर, शशि कुमार, अनिल सिंह जिलाध्यक्ष महासंघ,उमेश श्रीवास्तव श्याम जी संतोष कुमार नागर राकेश प्रताप सिंह आदि सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित रहे । सभा की अध्यक्षता कमलेश सिंह संगठन मंत्री व संचालन जितेंद्र कुमार पांडे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सिंचाई संघ उत्तर प्रदेश ने किया ।
What's Your Reaction?






