वाराणसी में माफिया राज, दबंगो ने बंधक बनाकर पीटा, पुलिस ने कार्यवाही से किया इन्कार
दो दिन बन्धक बनाने के दौरान किडनी निकलवाकर हत्या करने की बन रही थी योजना, जान बचाकर भाग निकला

वाराणसी। एक तरफ प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ माफियाओं को जमींदोज करने का भरोसा दिला रहे हैं, तो वही, दूसरी तरफ माफियाओं वाराणसी में अपना राज स्थापित कर मनमानी कर रहे है। माफिया के खिलाफ स्थानीय पुलिस कार्यवाही करने से कतराती है। ऐसा ही मामला संज्ञान में आया है, जहां माफिया के गुर्गों ने अपने कर्मचारी को बन्धक बनाकर पीटाने के बाद पुलिस को सुपुर्द किया तो पुलिस ने कार्यवाही से इन्कार किया।
मनबढ़ शराब कारोबारी व उसके गुर्गों ने जबरदस्ती अपने कर्मचारी को गैर जनपद स्थित घर ले गये और अपने निजी जेल में बन्द कर किडनी निकलवाने के बाद हत्या करने की योजना बनाने लगे। दो दिनो बाद किसी तरह से अपनी जान बचाकर कर्मचारी चंगुल से भाग निकला।
मकबूल आलम रोड स्थित खजुरी में शराब की दुकान पर कार्यरत कर्मचारी अरविन्द कुमार ने पुलिस आयुक्त से न्याय की गुहार लगाया है।
उसका आरोप है कि चर्चित माफिया के गुर्गे का अंग्रेजी शराब का ठेका है जिसका संचालक धीरज सिंह है। उसका आरोप है कि एक माह बीतने पर वेतन की मांग किया तो धीरज सिंह ने चोरी का झूठा आरोप लगाकर बाल पकड़कर खींचते हुए बगल के गोदाम में ले गये जहां दो अन्य गुर्गों के साथ मिलकर जबरदस्त पीटाई किया और जबरदस्ती सफेद स्कार्पियो में बैठाकर अपने स्थानीय आवास ले गये और चोरी कबुलने का जबरदस्ती वीडियो बनाया। उसके बाद पुलिस चौकी पाण्डेयपुर ले गये जहां निरीक्षक मौजुद थे। उसका आरोप है कि निरीक्षक ने प्रकरण का संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही करने के वजाय पल्ला झाड़ लिया। उसका आरोप है कि धीरज सिंह व उनके असलहाधारी गुर्गों ने असलहा सटाकर जबरदस्ती स्कार्पियो में बैठाया और मोबाइल व मोटरसाइकिल की चावी छिन लिया और अपने गैरजनपद स्थित आवास पर ले जाकर बन्धक बनाकर रखा। दो दिन बाद किसी तरह से जान बचाकर भाग निकला। उसका आरोप है कि बन्धक बनाये रखने के दौरान किडनी निकलवाकर हत्या करने की योजना बनायी जा रही थी। उसका आरोप है कि मनबढ़ शराब कारोबारी दुकान के समयावधि के बाद भी दुकान खोलकर शराब बिकवाता था। वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
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